मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीदों की शौर्य गाथा और पराक्रम को नमन करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि यह स्मारक राष्ट्र की रक्षा में पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों के बलिदान और समर्पण की याद दिलाता है।
इस मौके पर रावत ने कहा कि राष्ट्रीय पुलिस स्मारक एक प्रेरणादायक स्मारक है। यह सदैव सर्वोच्च बलिदान की गौरवगाथा को बताता है। उन्होंने बताया कि देश में शांति व्यवस्था कायम रखने, प्राकृतिक आपदा या दुर्घटनाओं में बचाव और राहत पहुॅचाने का कार्य हमारे जवान करते हैं। पुलिस बल की कर्तव्यपरायणता हम सभी को प्रेरणा देती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड गठन से लेकर 2019 तक राज्य के 182 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं। उन्होंने विजिटर बुक में लिखा कि ‘राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित करने का अवसर मिला। हमारे जवानों की शहादत ने स्मारक बनाने की प्रेरणा दी। देश की राजधानी में स्मारक बनने से उनकी शहादत को सलाम करने का यह अवसर मिला।’
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, सांसद महारानी माला राजलक्ष्मी शाह, सांसद अजय भट्ट समेत कई विधायक ने भी शिरकत की। इस दौरान पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, अपर महानिदेशक समेत विनय कुमार समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।