New Delhi
देखते ही देखते भारत में ‘कोरोना-वायरस’ से संक्रमित लोगों का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है। अब देश में 1024 कोरोना पॉजिटिव हैं और 27 लोगों की मौत हो चुकी हैैं। कोरोना से सबसे ज्यादा संक्रमित राज्य महाराष्ट्र और केरला कोरोना पॉजिटिव मामलों का दोहरा शतक बनाने को तैयार हैं। देश में रविवार को एक दिन में करीब सवा सौ मामले सामने आए।
पिछले 3 दिनों के दौरान इस जानलेवा वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में जबर्दस्त उछाल आया है। कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है। केंद्र सरकार ने सख्ती अख्तियार करते हुए कहा है कि अगर कहीं आवाजाही से लॉकडाउन टूटा तो जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक जिम्मेदार होंगे।
देश में हर दिन बीतने के साथ कोरोना मरीजों की रफ्तार बढ़ती जा रही है। देखते ही देखते वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 1024 हो गया। जिसमें सबसे ज्यादा पॉजिटिव मामले महाराष्ट्र और केरला राज्य में रजिस्टर हुए हैं। उत्तराखंड में एक राजस्थान में अपने घर से छुट्टी बिताकर वापस लौटे सूबेदार में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
चिंताजनक बात ये कि शुरुआती 500 लोगों के संक्रमण में 9 दिन लगे। लेकिन उसके अगले 524 बढ़कर 1024 होने में सिर्फ 5 दिन लगे हैं। Covid-19 वायरस के संक्रमण की तेज हो रही ये रफ्तार सबके माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ा रही है। जिसके चलते केंद्र सरकार ने सख्ती के साथ राज्यों और जिलों की सीमाएं सील करने के निर्देश दिए हैं।
भारत में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 186 पॉजिटिव मिले और उसके बाद नंबर केरला का है। ये दोनों ही राज्य कोरोना संक्रमण के मामले में दोहरा शतक बनाने की कगार पर हैं। लेकिन इसके बीच Good News ये है कि अब तक 96 मरीज इलाज के बाद अपने-अपने घर भी पहुंच चुके हैं।
देश में अब तक इस महामारी से 27 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। जिनमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 6, गुजरात में 4, कर्नाटक में 3 और मध्यप्रदेश और दिल्ली में 2-2 मौतें हुईं। जबकि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, बिहार, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, तमिलनाडू और केरल में कोरोना संकर्म से एक-एक मौत हुई।
दिल्ली से खबर आ रही है कि राम मनोहर लोहिया अस्पताल RML के 10 डॉक्टर एवं नर्सों को एहतियात के तौर पर क्वारंटीन किया गया है। इसके अलावा 85 संदिग्धों को दिल्ली के लोक नायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया। उधर, सेना 2अफसरों को भी एहतियात के तौर पर उधर, सेना 2अफसरों को क्वारंटीन में रखने की खबर सामने आ रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद देश में 21 दिन का लॉकडाउन जारी है। जिसके तहत देश में सड़क, रेल और हवाई यातायात पूरी तरह से बंद है। इसके अलावा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी प्रकार की व्यवसायिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं।
जिसका मकसद सोशल डिस्टेंस बनाकर वायरस के संक्रमण को रोकना है। अगर ऐसा नही किया गया तो इसको फैलने से रोकना बेहद मुश्किल होगा। उधर, राष्ट्रीय राजधानी से लगे नोएडा की सीमाएं सील कर दी गई हैं। दरअसल, पिछले 3 दिनों के दौरान दिहाड़ी मजदूर और अन्य कामगारों ने बदहवास स्थिति में पलायन किया।
लोगों की जिंदगी बचाने के लिए एहतियात के तौर पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बंद है। इस कड़ी में केंद्र की सख्ती के बाद उत्तराखंड सरकार ने विभिन्न जिलों में फंसे लोगों को अपने घर के लिए निकलने के लिए 31 मार्च को लॉकडाउन दी छूट वापस ले ली है। खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हालात के मद्देनजर खेद जताते हुए इसकी जानकारी दी।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने स्तर पर हालात पर निगरानी रख रहे हैं। साथ ही कोरोना से लड़नेे केे लिए सामाजिक स्तर पर अलग अलग तरीकों से हौसला बढ़ाने के प्रयास हो रहे हैं। इसके साथ ही सरकार को आर्थिक मदद देने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
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