News Front Live, Mumbai
महाराष्ट्र के पालघर में एक भीड़ के साधुओं को बेरहमी से पीटकर हत्या करने के खिलाफ देश भर में तीव्र प्रतिक्रिया हुई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कहना है कि गलतफहमी के चलते ये घटना हुई। उन्होंने कहा कि सरकार किसी को दोषी को नहीं छोड़ेगी। मुख्यमंत्री ने इसे साम्प्रदायिक रंग देने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य का माहौल ना बिगाड़े। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे क्रूरता बताते हुए कानून एवं व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पालघर का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें भीड़ ने 2 साधु स्वामी कल्पवृक्ष गिरी और स्वामी सुशील गिरी एवं उनके एक साथी की लाठी-डंडो से पीट कर बेरहमी से हत्या कर दी। बताया जाता है कि स्थानीय लोगों ने कथित तौर पर उन्हें बच्चा चोर समझते हुए मार डाला। उस दौरान एक यूनिफॉर्म में पुलिसकर्मी भी तमाशबीन की भूमिका में नजर आ रहा है। वीडियो में ज्यादातर डंडेधारी कम उम्र के थे और आधे बदन से ऊपर कुछ पहने ही नहीं थे। इस घटना का किसी शख्स ने वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
बताया जाता है कि मारे गए साधु सूरत में किसी की अंत्येष्टि में भाग लेने जा रहे थे। हालांकि उनके पास कर्फ्यू पास नहीं थे। पुलिस ने उन्हें रोका लेकिन वो जाने के लिए आमादा थे। उधर पालघर के घटना से सम्बंधित गांव में बच्चा चोर गैंग सक्रिय बताया जाता है। साधुओं को चोर समझने की गलतफहमी में स्थानीय भीड़ ने कथित तौर पर पीटकर मार डाला। कोरोना के चलते लॉकडाउन में हुई यह घटना ना सिर्फ गंभीर है बल्कि कई सवाल भी खड़े करती है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कहना है कि गलतफहमी के चलते ये घटना हुई। उन्होंने कहा कि 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सरकार किसी भी दोषी को नहीं छोड़ेगी। मुख्यमंत्री ने इस घटना को साम्प्रदायिक रंग देने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य का माहौल ना बिगाड़े। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे क्रूरता बताते हुए कानून एवं व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
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