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Uttarakhand: बेहड़ के समर्थन में टूटा कांग्रेस ‘गुटबाजी’ का लॉकडाउन , रावत का दिल्ली तो प्रीतम का दून में धरना

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News Front Live, Dehradun/Delhi

उत्तराखंड के पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़ समेत अन्य पार्टी नेताओं के खिलाफ दायर मुकदमों के खिलाफ कांग्रेस की गुटबाजी का लॉकडाउन टूटता नजर आया। इस कड़ी में राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने दिल्ली स्थित आवास तो प्रदेश अध्यक्ष ने देहरादून स्थित कांग्रेस भवन में धरना दिया। इन दोनों नेेताओं ने कथित तौर पर भाजपा के इशारे पर आपदा प्रबंधन अधिनियम की संगीन धाराओं में झूठे मुकदमे दर्ज किये जाने की कड़ी निन्दा की है। उधर नेता विपक्ष डॉ इंदिरा हृदयेश छत्तीस के आंकड़े के बावजूद उनके धरने को समर्थन दे चुकी हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों पर मुखरता से बोलने वाले बेहड़ जी के खिलाफ द्वेष भावना से मुकदमा दर्ज किया गया है। इसलिए मैं यहां दिल्ली में उनके प्रति पुरजोर समर्थन करने लिए धरने पर बैठा हूं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष  प्रीतम सिंह ने कहा कि पूर्व मंत्री बेहड़ उधमसिंहनगर जिले में अपने पैतृक गांव मलसा गिरधरपुर में घटित हिंसा की सूचना मिलने पर लोगों को समझाने-बुझाने की नीयत से मौके पर गए थे। जब उन्होंने अगले दिन स्थिति की जानकारी लेने के लिए उन्होंने गांव जाने का प्रयास किया तो भाजपा के इशारे पर स्थानीय प्रशासन द्वारा उनके खिलाफ आपदा प्रबन्धन अधिनियम की संगीन धाराओं में झूठे मुकदमे ठोक दिए गए।

प्रीतम  ने  उन्होंने कहा कि ऊधमसिंह नगर में हुए राशन किट घोटाले का मामला देवभूमि उत्तराखंड को शर्मसार करने वाली घटना है। कोरोना महामारी जैसी वैश्विक आपदा के समय 650₹ में मिलने वाली राशन किट के लिए प्रशासन द्वारा 800₹ का भुगतान किया जाना सीधे तौर पर जनता के धन की खुली लूट है। जबकि एक स्थानीय व्यापारी द्वारा सार्वजनिक रूप से सस्ती राशन किट देने की बात की गई तो प्रशासन द्वारा नोटिस जारी कर उसके खिलाफ एफआईआर करने की धमकी दी गई।

PCC चीफ  ने कहा कि इससे पूर्व भी भाजपा सरकार के इशारे पर श्रीनगर की नगरपालिका की अध्यक्ष पूनम तिवारी, उनके बाद पौडी में पार्टी के पूर्व प्रवक्ता अद्वैत बहुगुणा, उसके बाद सितारगंज में पार्टी के पूर्व विधायक नारायण पाल और अब पूर्व काबीना मंत्री तिलकराज बेहड़ को निशाना बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि एक ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत और कई मंत्री और यहां तक कि दूसरे राज्यों के विधायक श्रीबद्रीनाथ घूम रहे हैं। जबकि कांग्रेस के लोगों को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है। जिसके खिलाफ कांग्रेस धरना देने को मजबूर हुई है।

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