News Front Live, New Delhi
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लॉकडाउन को फेल करार दिया है। उन्होंने कहा कि भारत अकेला देश है जहां संक्रमण बढ़ने पर लॉक डाउन हट रहा है। गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ इसलिए अब उन्हें प्लान बी बताना चाहिए। उन्होंने मोदी सरकार के कोरोना के मद्देनजर घोषित आर्थिक पैकज को जीडीपी का सिर्फ एक प्रतिशत बताया।
राहुल गांधी ने कोरोना संकट को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। जिसमें उन्होंने नरेन्द्र मोदी को कठघरे में खड़े में किया। उन्होंने मजदूर, सूक्ष्म और छोटे उद्योगों को आर्थिक मदद देने की वकालत की। कांग्रेस सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन का एलान करते वक्त 21 दिन में जंग जीतने की बात कही। लेकिन 60 दिन बीतने के बाद भी देश में बीमारी खत्म नहीं हुई है।
पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि भारत इकलौता देश है, जहां कोरोना संक्रमण बढ़ने पर लॉक डाउन हटेगा। वरना विदेश में संक्रमण घटने पर हटाया गया। इसलिए अब मोदी को अपना प्लान बी देश के सामने रखना चाहिए। उन्होंने सवालों की बौछार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बताएं कि आगे लॉकडाउन कैसे हटेगा। सरकार मजदूर और छोटे उद्योगों की मदद कैसे करेगी।
एक बार फिर राहुल गांधी ने कोरोना के मद्देनजर घोषित हुए आर्थिक पैकेज पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि उसे GDP का 10 प्रतिशत प्रचारित किया गया जबकि हकीकत में एक फीसदी ही है। उन्होंने कहा कि इस पैकेज से आधे भारत को कुछ भी मिलने वाला नहीं है। गांधी ने उनके बैंक खातों में 7500 रुपये ट्रांसफर करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने मजदूर, सूक्ष्म और छोटे उद्योगों को सीधे मदद नहीं तो अर्थव्यवस्था को और नुकसान होगा।
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