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Uttarakhand: मास्क लगाकर बने फौजी अफसर, हिंदुस्तानी ट्रेनिंग से विदेशी सरहदों की हिफाजत! IMA में हुई पासिंग आउट परेड, 333 भारतीय एवं 90 मित्र देशों के कैडेट बने लेफ्टिनेंट

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News Front Live, Dehradun

देश की फौज को सरहदों पर दुश्मन से लोहा लेने के लिए 333 जबांज अफसरों की नई खेप मिल गए है। इस कडी में देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में पासिंग आउट परेड आयोजित हुई। जिसमें मित्र राष्ट्रों के 90 समेत कुल 423 जैंटलमैन कैडेट पास आउट होकर लेफ्टिनेंट बन गए। थल सेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने परेड की सलामी ली।

आखिरकार वो दिन आ ही गया जिसका सेना के हर ट्रेनी कैडेट्स को बेसब्री से इंतजार था। देहरादून स्थित IMA में पासिंग आउट परेड सम्पन्न हो गई। इसके साथ ही भारतीय सेना में 333 जेंटलमैन कैडेट्स बतौर लेफ्टिनेंट शामिल हो गए। इस दौरान जोश और जज्बे के साथ सभी जैंटलमैन कैडेट्स ने बेहतरीन परेड का प्रदर्शन किया। जहां उन्होंने अंतिम कसौटी पूरी करते हुए पीपिंग सेरेमनी में शिरकत की।

इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि आर्मी चीफ जनरल नरवाने ने परेड रिव्यू किया। आजाद हिंदुस्तान में ये पहला मौका था जबकि कैडेट्स मास्क पहनकर परेड में शामिल हुए। दरअसल, covid-19 के प्रकोप को देखते हुए एहतियात बरतते हुए ऐसा किया गया। साथ ही जेंटलमैन कैडेटों पर हेलीकॉप्टरों से पुष्प वर्षा भी नहीं की गई।

इतना ही नहीं कोई भी अभिभावक इस समारोह में शामिल नहींं हो पाया। जिसके चलते माता-पिता की बजाय जेंटलमैन  सीनियर ऑफिसर और ट्रेनरों ने जेंटलमैन कैडेटों के कंधों पर सितारे सजाए। इसके बाद पहला सभी लेफ्टिनेंट अपनी-अपनी टुकड़ियों में मोर्चा संभालने के लिए रवाना होंगे।

इस मौके पर थलसेना अध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवाने ने  सैन्य अधिकारियों को नई चुनौतियों को पार पाने के लिए शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने कहा कि कैडेट्स भारतीय सैन्य अकादमी में कड़ी मशक्कत के बाद अधिकारी बने हैं। जिन्हें देश के अलग-अलग टुकड़ों का प्रतिनिधित्व करने का मौका इनको मिलेगा।

नरवाने ने कहा भारत और चीन के साथ जो तनाव वाला वातावरण था अब खत्म हो चुका है। सैन्य अधिकारियों की बैठक  के बाद अभी हालात सामान्य हैं। वही नेपाल के संदर्भ में जनरल नरवाने ने कहा कि नेपाल के साथ भारत का मजबूत रिश्ता है जो सांस्कृतिक और सामाजिक ताना बानो के साथ बुना हुआ है। जिससे भारत और नेपाल के रिश्ते में खटास नहीं आ सकती।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश से 66, उत्तराखंड से 31, हरियाणा से 39, बिहार से 31, पंजाब से 25, महाराष्ट्र से 18, हिमाचल से 14, जम्मू कश्मीर से 14, मध्य प्रदेश और राजस्थान से 13-13, गुजरात और केरला से 8-8, दिल्ली और कर्नाटक से 7- 7, पश्चिम बंगाल से 6, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़,  झारखंड और मणिपुर से 4- 4, चंडीगढ़ से 3, असम, उड़ीसा, तमिलनाडु और तेलंगाना से 2-2, मेघालय, मिजोरम और लद्दाख से एक-एक  जेंटलमैन कैडेट पास आउट परेड के बाद लेफ्टिनेंट हुए हैं।

वहीं मित्र राष्ट्रों के कुल 90 जेंटलमैन कैडेट्स में सबसे ज्यादा 48 अफगानिस्तान के हैं। उसके बाद तजाकिस्तान के 18, भूटान के 13, फिजी के 2, नेपाल, मालदीव एवं मॉरीशस के 3-3, और पापुआ न्यू गिनीया, वियतनाम और श्रीलंका के एक-एक पास आउट हुए हैं।

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