News Front Live, Jaipur
एक बार फिर अशोक गहलोत राजस्थान में कांग्रेस की सियासत में भारी पड़े हैं। उनके प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट उपमुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष पद से बर्खास्त हो गए हैं। इसके साथ ही कांग्रेस ने उनके खेमे के 2 मंत्रियों को भी हटा दिया गया। गोविंद सिंह डोटासरा को पायलट की जगह नया PCC चीफ बनाया गया है।
राजस्थान कांग्रेस में मचा घमासान अब अंतिम परिणति की तरफ बढ़ रहा है। इस कड़ी में बगाबत का झंडा बुलंद करने वाले सचिन पायलट पर गाज गिरी है। पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने की घोषणा की। सचिन के करीबी दो मंत्री विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को किया मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया।
इसके पहले मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ बगाबत करने वाले पायलट और उनके समर्थक विधायकों को जयपुर में विधानमंडल दल की बैठक में शामिल होने की दोबारा अपील की गई। लेकिन ऐसा नहीं करने पर बैठक में पारित हुए प्रस्ताव के मुताबिक सचिन और उनके दो समर्थक मंत्रियों को बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया।
सुरजेवाला ने कहा कि पायलट को कांग्रेस ने 26 साल की उम्र से देना शुरू किया। लेकिन उन्होंने सरकार को अस्थिर करके राजस्थान की जनता के साथ विश्वासघात किया है। इस कड़ी में सचिन की जगह गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर ताजपोशी की गई
पायलट खेमे के यूथ कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाकर और सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष राकेश पारीक को भी हटा दिया गया। गणेश घोघरा को युथ कांग्रेस और हेम सिंह शेखावत को सेवादल कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है।
उधर, डिप्टी CM और उपमुख्यमंत्री पद से हटाए जाने पर सचिन पायलट ने ट्वीट किया कि ‘सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं’। इस कार्रवाई के बाद देखना है कि सचिन कांग्रेस से अलग होकर पार्टी बनाएंगे या फिर भाजपा का रुख करते हैं। उधर, मुख्यमंत्री गहलोत ने सरकार पर खतरे इंकार करते बहुमत होने का दावा किया।
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