News Front Live, Jaisalmer
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट गुट के बागी विधायकों के प्रति नरमी दिखाते हुए कहा कि अगर हाईकमान उन्हें माफ कर देगा तो मैं उन्हें गले लगा लूंगा। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र को घोषणा के बाद हॉर्स ट्रेडिंग के रेट बढ़ गए हैं। गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री को कोरोना के दौर में राजस्थान में चल रहे इस तमाशे को बंद कराना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने ये बात मीडियाकर्मियों से जैसलमेर में कही, जहां कांग्रेस विधायकों को जयपुर से शिफ्ट किया गया है।जब गहलोत से बागी विधायकों को माफ करने सम्बंधित सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह हाईकमान पर निर्भर करता है। अगर वह उनको माफ करती हैं तो मैं गले लगाऊंगा सबको, मेरा कोई प्रेशर पॉइंट नहीं है। मुझे पार्टी ने बहुत कुछ दिया है। मैं 3 बार केंद्रीय मंत्री, 3 बार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, 3 बार AICC महामंत्री और 3 बार CM बना हूं, मुझे क्या चाहिए? मैं जो कुछ कर रहा हूं सेवा के लिए कर रहा हूं, पब्लिक सेवा के लिए कर रहा हूं। जो हाईकमान तय करेगा मुझे कोई एतराज नहीं है।
अशोक गहलोत ने कहा कि आप मजबूरी देखिए डेमोक्रेसी को बचाने के लिए क्या-क्या नहीं करना पड़ रहा है। देश के अंदर एक के बाद एक चुनी हुई सरकारें गिराई जा रही हैं। सबको मालूम है कि कर्नाटक और मध्यप्रदेश में क्या हुआ। उन्होंने कहा कि जब भैरोंसिंह शेखावत की सरकार को हमारे कुछ लोगों ने अस्थिर करने का प्रयास किया तो मैंने तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव जी को कि ये लोकतंत्र के खिलाफ है। लेकिन दुर्भाग्य से हॉर्स ट्रेडिंग का क्योंकि खून उनके मुंह लग चुका है।
गहलोत ने आरोप लगाया कि गृह मंत्रालय सरकार गिराने के काम में लगा है। धर्मेंद्र प्रधान जी, पीयूष गोयल जी और कई छुपे रुस्तम इसमें लगे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विचारधारा, नीति और कार्यक्रमों की लड़ाई होती है। ये नहीं होता है कि आप चुनी हुई सरकार को बर्बाद कर दो, उसको टॉपल कर दो, फिर लोकतंत्र कहां बचेगा? हमारी लड़ाई लोकतंत्र को बचाने के लिए है, व्यक्तिगत किसी के खिलाफ नहीं है।
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