News Front Live, Ayodhya
आखिरकार अयोध्या में बहुप्रतीक्षित श्रीराम मंदिर निर्माण के निर्माण के लिए भूमिपूजन हो ही गया। प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी ने देश में 36 परम्पराओं के 135 संत – महात्माओं मौजूदगी में शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सबके हैं और यह देश और दुनिया के लिए गौरवमयी क्षण है। इस मौके पर राममंदिर आंदोलन के अगुआ रहे लाल कृष्ण आडवाणी अयोध्या में मौजूद नहीं थे लेकिन संघ प्रमुख मोहन भागवत ने उनके योगदान को याद किया।
आखिरकार वो लम्हा आ ही गया जिसका रामभक्तों को दशकों से इंतजार था। अयोध्या में पूरे विधिविधान के साथ श्रीराम मंदिर निर्माण केे लिए भूमि पूजन किया गया।जिसके बाद मोदी ने भव्य मंदिर की आधारशिला रखी। इस मौके पर उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास और RSS चीफ मोहन भागवत और आमंत्रित संत-महात्मा मौजूद थे।
PM नरेंद्र मोदी ने अपने आधा घन्टे का संबोधन ‘सिया राम चंद्र की जय’ के उद्द्घोष के साथ किया। उन्होंने कहा कि श्रीराम का विराट व्यक्तित्व विविधता में एकता का प्रतीक है। मोदी ने कहा कि इतिहास दोहरा रहा है और अब टेंट में रहे रामलला अब भव्य मंदिर में रहेंगे। उन्होंने कहा कि देश ही नहीं दुनिया के कई देशों में उनके भक्त आज भावुक हैं क्योंकि श्रीराम मंदिर निर्माण का इंतजार उनके जीते जी खत्म हो रहा है।
हालांकि इस ऐतिहासिक मौके पर 90 के दशक में राममंदिर निर्माण के लिए देश में रथयात्रा निकालने वाले पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, बाबरी मस्जिद ढ़ाहे जाने के वक्त मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह और पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी अयोध्या में नदारद रहे।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने आडवानी के योगदान को याद करते हुए कहा कि आज आनंद का दिन है। उन्होंने कहा कि हमें कपट छोड़कर भगवान राम के व्यक्तित्व को अपने आचरण में उतारना होगा।
(Photo: साभार)
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