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Uttarakhand: भाजपा MLA महेश नेगी पर यौन शोषण की आंच! आरोप लगाने वाली महिला का बेटी के पिता होने दावा! विधायक पत्नी की FIR

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News Front Live, Dehradun

उत्तराखंड में भाजपा के महामंत्री (संगठन) से जुड़ा यौन शोषण का प्रकरण लोग भूल नहीं थे। अब द्वारहाट की एक महिला ने भाजपा विधायक महेश नेगी पर कथित रूप से शारीरिक  शोषण करने  का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं उसने अपनी बेटी के पिता होने की संभावना जताते हुए DNA जांच की मांग भी की है।

वहीं, विधायक महेश नेगी की पत्नी  ने संबंधित महिला के खिलाफ ब्लैकमेल करके 5 करोड़ की रंगदारी मांगने का देहरादून पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया। उधर, आरोप लगाने वाली महिला ने तहरीर में खुद और बेटी की जान को खतरा बताते हुए विधायक पत्नी पर समझौते के लिए 25 लाख रुपया ऑफर करने की बात कही है।

उधर, देहरादून पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर को जांच में शामिल कर लिया है।  पुलिस पहले ही विधायक पत्नी की तहरीर पर भय उस महिला पर बहुत दिखाकर और झूठे मामले में फंसा कर रंगदारी मांगने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चुकी है।

पहले आरोप लगाने वाली महिला पर हुई FiR:

विधायक की पत्नी रीता नेगी ने देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में एक तहरीर देकर कहा कि उक्त महिला ने उनके बेटे को फोन करके मुझसे बातचीत की।  उसने विधायक नेगी से संबंध होने और उनसे एक संतान होने की बात कही। साथ ही अपने आरोप को छुपाने की एवज में 5 करोड़ रुपये देने की मांग की।

तहरीर के मुताबिक ऐसा नहीं करने पर कथित तौर पर उनके बेटे को जान से मारने और MLA के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी। वह देहरादून के घंटाघर स्थित एक रेस्टोरेंट में पति, भाभी और मां के साथ विधायक पत्नी से मिली। उन्होंने दूसरी तहरीर में कहा कि बेटी की आड़ में महिला विधायक को बदनाम कर रही है।

ये है महिला के भाजपा विधायक पर आरोप:

उधर, संबंधित महिला ने तहरीर देकर कहा कि विधायक ने उसे अपने घर में स्टीम से मां के इलाज का भरोसा दिया था। आरोप है कि MLA नेगी ने नैनीताल, दिल्ली, मसूरी और नेपाल ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। विधायक की पत्नी उसे 5 लाख देकर मामले को खत्म करना चाहती थी औऱ इंकार करने पर 25 लाख देने को तैयार हो गईं।

इसके पहले सम्बंधित महिला एक वीडियो के जरिए बताया कि वह द्वाराहाट विधानसभा की रहने वाली है और उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दायर किया गया है। उसके मुताबिक स्थानीय विधायक महेश नेगी ने कथित रूप से दो साल शारीरिक शोषण किया।

उसकी एक 2 वर्षीय बेटी है जिसका डीएनए अपने पिता से नहीं मिलता। इसलिए वह कोर्ट के संरक्षण में DNA जांच कराना चाहती है। ताकि विधायक के पिता होने की सूरत में वह बेटी को उसके समस्त अधिकार दिलवा सके। उसने खुद और अपनी बेटी की जान को खतरा बताया है।

विधायक पर आरोप लगाने वाली एक  शादीशुदा महिला है। जोकि न्यायालय के संरक्षण में  बेटी का विधायक  DNA मिलान करने की मांग कर रही है। अगर वह सफल रही तो यह राज्य में डीएनए जांच का दूसरा मौका होगा।

इसके पहले उज्जवला शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी को अपने पुत्र रोहित शेखर का जैविक पिता बताते हुए कोर्ट में लंबी लड़ाई लड़ी थी। फिलहाल तो उसके खिलाफ ब्लैकमेल करके 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में  थाने में मुकदमा दर्ज हो चुका है।

नेताओं पहले भी लगे यौन शोषण के आरोप:

वैसे उत्तराखंड में ये कोई पहला स्कैण्डल नहीं है जिसमें नेता का नाम उछला हो। पिछले साल ही RSS कोटे से भाजपा में संगठन महामंत्री रहे संजय कुमार को यौन शोषण के आरोप में अपने पद से हटना पड़ा था।

इसी तरह डॉ हरक सिंह रावत का नाम कई बार उछला। कांग्रेस में रहते तिवारी के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री रहते ‘जैनी प्रकरण’ में नाम आने के बाद हरक को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

हालांकि डॉ हरक सिंह रावत के खिलाफ लगेे आरोप  कभी साबित नहीं हुए। इसके अलावा एक राज्य के एक मौजूदा सांसद और एक मंत्री का भी पूर्व में कतिपय मामलों में नाम उछला लेकिन सभी मामले रफा दफा हो गए थे।

बहरहाल, महिला के विधायक पर लगाये गए कथित यौन शोषण के आरोप की सत्यता का पता पुलिसिया जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन राजनीतिक सफेदपोशों के आचरण पर फिर सवालिया निशान लगा है।

(Photo: साभार विधायक FB पेज)

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