(One family One Party) समाजवादी पार्टी के लिए मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव दोहरी खुशी लाया है।
डिंपल यादव (Dimple Yadav) ने भाजपा उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य को 2,88,461 वोटों के भारी अंतर से शिकस्त दी।
डिंपल के जीतते ही अखिलेश यादव (akhilesh yadav) ने चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) को पार्टी झंडा थमा दिया।
दरअसल, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी PSP का सपा में विलय हो गया है।
इसके साथ ही स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव की मौत के बाद फिर से सैफई परिवार एक हो गया।
Read गुजरात में बीजेपी, हिमाचल में कांग्रेस जीती
सभी जानते हैं कि डिंपल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश की पत्नी हैं।
नेता जी के निधन के चलते खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ।
जहां उनकी बहू डिंपल के चुनाव लडने के चलते सबकी नजरें थी।
गौरतलब है कि 2017 के विधान सभा चुनावों से पहले चाचा और भतीजे की राहें अलग हुई थीं।
जिसका समाजवादी पार्टी को न सिर्फ उस चुनाव बल्कि 2019 के लोकसभा चुनावों में नुकसान उठाना पड़ा।
Read केजरीवाल के जादू से बीजेपी MCD से हुई फुर्र !
फिर यूपी के पिछले चुनावों से पहले अखिलेश और शिवपाल में समझौता हुआ।
मुलायम के जिंदा रहते दोनों के दल तो मिले लेकिन दिल जरा भी नहीं मिल सके।
अखिलेश ने चाचा को सपा के सिंबल पर लड़ान के लिए सिर्फ जसवंतनगर सीट छोड़ी थी।
शिवपाल चुनाव जीत गए लेकिन लगातार उपेक्षा के चलते फिर अलग हो गए।
लेकिन पिछले दिनों नेताजी की मौत के बाद उमड़े जज्बातों में यादव परिवार में एकता हो गई थी।
Read मोदी का ज्यूडिशियरी में दखल
अखिलेश ने डिंपल के प्रचार के दौरान शिवलाल सिंह यादव के मंच पर पैर छूकर दूरियां मिटाने का संदेश दिया।
(One family One Party) बहरहाल 2024 के लोकसभा चुनावों में सपा कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा।
Comment here