Bhopal
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कोरोना के मद्देनजर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कि राज्य में मेरी सरकार गिराने के लिए लॉकडाउन रोके रखा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में इंतजामों पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि 42 स्वास्थ्यकर्मी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। राज्य सरकार Covid-19 की जांच का दायरा बढ़ाने में नाकाम रही है।
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से बातचीत के दौरान ये बात कही। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि 23 मार्च को कांग्रेस सरकार गिरी। ठीक उसके अगले दिन 24 मार्च को देश में लॉकडाउन की घोषणा हो गई। इस कड़ी में नई दिल्ली में संसद भी चलने दी गई। कमलनाथ ने कहा कि इन हालात में भला शक की गुंजाइश कहा बचती है कि मेरी सरकार गिराने के लिए ही लॉकडाउन रोका गया।
पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा की मेरी सरकार गिराने और अपनी सरकार बनानेे की बड़ी कीमत आज मध्यप्रदेशचुका रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना की स्थिति गंभीर है लेेेकिन राज्य में ना तो कोई स्वास्थ्य मंत्री और ना ही कोई गृहमंत्री है। कमलनाथ ने कहा जब स्पीकर ने बीते 16 मार्च को विधानसभा स्थगित की तो ये कहकर उनका मजाक उड़ाया गया कि ‘कौन सा कोरोना’…’कैसा कोरोना’?
कमलनाथ ने कहा कि आज मध्य प्रदेश में 45 स्वास्थ्य अधिकारी कोरोना पाजिटिव हैं। जिससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस महामारी से लड़ने की राज्य में तैयारियां कैसी हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या किसी और प्रदेश में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना से लड़ने वाले प्रभावित हुए?
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार Covid-19 की जांच का दायरा बढ़ाने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि अभी तक ज्यादातर जांच बड़े शहरों में ही हो रही है। जबकि छोटे गांव और शहरों में कोरोना की जांच का दायरा बढ़ाना चाहिए। कमलनाथ ने कहा कि राज्य में इस महामारी के मद्देनजर बेहद गंभीर स्थिति है, जिस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।
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