News Front Live, Dehradun
कोरोना का असर बदरीनाथ धाम के कपाट खोलने के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम पर भी पड़ा है। इस कड़ी में उसे आगे खिसकाए हुए 15 मई को कपाट खोलने का नया मुहूर्त तय हुआ है। दरअसल, लॉकडाउन में फंसने के कारण धाम के रावल क्वारन्टीन रहेंगे। ताकि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए तयशुदा प्रोटोकॉल का पालन हो सके।
टिहरी के महाराजा मनुजेंद्र शाह ने इसकी औपचारिक घोषणा की है। जिसके मुताबिक अब बदरीनाथ के कपाट 15 मई 2020 को सुबह 4:30 बजे खुलेंगे। जिसके मद्देनजर गाडु घड़ा परंपरा के लिए तिल का तेल निकालने के लिए 5 मई 2020 की तारीख तय की गई है।
इस कड़ी में मुख्यमंत्री आवास पर श्री बदरीनाथ एवं श्री केदारनाथ के संबंध में बैठक की गई। बैठक में टिहरी की महारानी एवं सांसद श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी एवं सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 की परिस्थितियों को देखते हुए भारत सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाना है। भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने के संबंध में भी चर्चा की गई। धार्मिक परम्परानुसार संबंधित धर्माचार्यों द्वारा भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने का दिन एवं समय निर्धारित किया जाएगा।
पर्यटन, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि कोरोना के चलते देश में लॉक डाउन है। राज्य सरकार पुरातन परंपराओं के मुताबिक रावल की देखरेख में ही बदरीनाथ-केदारनाथ के कपाट खोलने की प्रक्रिया पूरी करेगी। उन्होंने कहा कि बदरीनाथ धाम के 15 मई को कपाट खुलेंगे।
महाराज का कहना है कि केदारनाथ की नई तारीख मंगलवार को रावल की मौजूदगी में होने वाली बैठक में तय होगी। जबकि यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अक्षय तृतीया को ही खुलेंगे। कोरोना के मद्देनजर चारधाम में सोशल डिस्टेंस कायम रखना सुनिश्चित किया जाएगा।
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