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बीहड़ में ‘बागी’ तो संसद में ‘डकैत’ मिल जाएंगे, लेकिन अब ‘इरफान’ कहां मिलेगा!

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Rahul Singh Shekhawat

किसे मालूम था कि राजस्थान में पैदा हुआ एक इरफान खान नाम का सामान्य सा ‘छोरा’ बॉलीवुड के साथ हॉलीवुड में इतना बड़ा मुकाम हासिल करेगा। उसकी ‘सलाम बॉम्बे’ फ़िल्म में पलक झपकते खत्म होने वाले रोल से पारी शुरू हुई थी। जिसे देखकर शायद ही किसी को इल्म रहा होगा कभी पूरा मुल्क उसकी अदाकारी को ‘सलाम’ करेगा। अगर एक लाइन में कहूं तो इरफान खान सहज या फिर कहें कि नैसर्गिक अभिनय का बेताज बादशाह थे।

शायद ही किसी ने सपने में सोचा होगा कि आंखों से एक्टिंग करने वाला ये छोरा लॉकडाउन इस कदर खामोशी के साथ रुख्सत हो जाएगा। 53 साल की उम्र में इरफान की मौत की खबर सुनकर लगा कि खुदा भी बहुत कारसाज है। लेकिन फिर ख्याल आया कि अल्लाह ने कुछ सोच समझकर ही उसको पाक ‘रमजान’ के महीने में अपने पास आने का इशारा किया होगा।

चूंकि मैं फ़िल्म समीक्षक नहीं हूं इसलिए फिल्मों की बारीकियों पर नहीं जाऊंगा। लेकिन कुछ फिल्मों के नाम जरूर लेना चाहूंगा। मसलन- पान सिंह तोमर, हासिल, हिंदी मीडियम, मकबूल, रोग, लंच बॉक्स आदि। आप इन फिल्मों के नाम से ही इरफान के अभिनय की विविधता का अंदाज लगा सकते हैं। लेकिन फ़िल्म थी पीकू जिसमें उन्होंने अमिताभ बच्चन के सामने एक्टिंग करके एक समानांतर रेखा खींची।

सच कहूं तो मैंने ‘पीकू’ फ़िल्म सिर्फ इतना भर जानने के लिए ही देखी थी कि आखिर बच्चन के सामने इरफान कैसा परफॉर्म करेगा। लेकिन वह इस शताब्दी के महानायक अमिताभ बच्चन के सामने अपनी सहज और नैसर्गिक एक्टिंग की अमिट छाप छोड़ने में सफल रहे। वरना बच्चन के आभामंडल की छाया में सामने वाला कलाकार दब ही जाता है।

इसके इतर इरफान खान की एक बेहद खामोश लेकिन बहुत बड़ी उपलब्धि का जिक्र करना जरूरी है। फिल्मी दुनिया त्रिमूर्ति ‘खान’यानि (आमिर खान, शाहरुख खानऔर सलमान खान) के दौर में वो ना सिर्फ बॉलीवुड बल्कि हॉलीवुड में भी मकबूल हुआ। लेकिन ये दुर्भाग्य कि एक संजीदा और अत्यंत प्रतिभावान अब हमारे बीच में नहीं है।

मेरी व्यक्तिगत तौर पर इरफान खान से 3 बार मुलाकात हुई। जिनमें एक थोड़ी तसल्ली वाली वाली और बेहद यादगार थी। जिसके आधार पर सिर्फ इतना ही कह सकता हूं कि इरफान जितने उम्दा कलाकार थे उतने ही बेहतर इंसान भी थे। बहरहाल, उनके डायलॉग से जोड़ने हुए अपनी बात खत्म कर रहा हूं कि ‘बीहड़ में बागी तो संसद में डकैत मिल जाएंगे, लेकिन अब इरफान कहां मिलेगा’?

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