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Uttarakhand: प्रवासियों की देखरेख ग्राम प्रधानों पर छोड़ना अनुचित निर्णय, प्रीतम सिंह

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News Front Live, Dehradun

उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी (PCC) के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने प्रवासियों की देखरेख जिम्मेदारी ग्राम प्रधान को दिया जाना अनुचित करार दिया है। उन्होंने दूसरे राज्यों से लाने वाली ट्रेन के शेड्यूल पर विरोधाभाषी बयानबाजी पर सवाल खड़े किए। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उत्तराखंड में विपक्ष पर मुकदमें ठोके जा रहे हैं जबकि बंगाल में खुद भाजपा के नेता धरने देने में लगे हैं।

प्रीतम ने कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा  कि राज्य में लौट रहे प्रवासियों की संख्या सरकारी आंकडों से कहीं अधिक है। लिहाजा उनके रहन-सहन, खान-पान एवं उनको क्वारन्टीन करना ग्राम प्रधान के बस की बात नहीं है। अच्छा होता यदि राज्य सरकार इसकी व्यवस्था बेस कैम्प में करती। साथ ही संख्या बढ़ने की हालत में जिला या ब्लाक स्तर पर करने का काम करती।

PCC चीफ ने कहा कि रेल यात्रा को लेकर तीन दिन के अन्दर सरकार की ओर से अलग-अलग तरह के बयान दिए गए। नोडल अधिकारी शैलेश बगोली ने 9 मई को प्रवासियों की वापसी के लिए रेल गाडी की सुविधा से इन्कार किया था। वहीं दूसरी ओर सरकारी प्रवक्ता मदन कौशिक ने 10 मई की रात्रि ही ट्रेन आने की बात कही। इसके इतर मुख्यमंत्री ने 12 एवं 13 मई को रेल सुविधा की बात की। उन्होंने ने कहा कि सरकार को इस संवेदनशील मामले पर विरोधाभाषी बयान देकर गफलत के हालात पैदा नहीं करने चाहिए।

प्रीतम सिंह ने कहा कि यदि सरकार को प्रवासियों के आने बाद संक्रमण बढ़ने की आशंका है तो स्वास्थ्य जांच में बढोत्तरी करनी होगी। मुुख्यमंत्री को अपने स्वास्थ्य महकमे में सुरक्षात्मक कदम उठाते हुए स्ववास्थ्य सुविधाओं को चाक-चौबंद करना होगा। उन्होंने ये बातमुख्यमंत्री के उस बयान पर कही कि वापस लाये जा रहे प्रवासियों में 25 हजार कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। उनमें 5 हजार को अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आने के साथ 500 वैंटिलेटर की आवश्यकता पड़ सकती है।

प्रीतम सिंह ने उत्तराखंड में भाजपा के उन तमाम नेताओं से सवाल किया जिन्हें कांग्रेस पार्टी के धरने से दिक्कत थी। उन्होंने पूछा कि जहां-जहां भाजपा विपक्ष में है वहां उसके नेता किस तरह के कृत्य कर रहे हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के खिलाफ धरने पर बैठने वाले विजयवर्गीय का उदाहरण दिया। क्या उत्तराखण्ड भाजपा इन तथ्यों से अनजान हैं।

PCC चीफ ने पूछा कि त्रिवेंद्र सरकार उत्तर प्रदेश के विवादित विधायक को लॉकडाउन में पास जारी कर रेड कारपेट ट्रीटमेंट देने के मामले पर मौन क्यों है। इस मौके पर प्रीतम ने उत्तराखंड में परेशान किसानों के ऋण माफी की मांग करते हुए प्रवासी लोगों के लिए रोजगार का ब्लूप्रिंट तैयार करने की मांग की। इसके पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रीतम को बतौर अध्यक्ष 3 साल का कार्यकाल पूरा करने पर बधाइयां दीं।

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