News Front Live, Jaipur
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बर्खास्त नायब को नकारा और निकम्मा करार देते हुए कहा कि इसके बावजूद कभी हटाने की मांग नहीं की। उन्होंने कहा मासूम चेहरा देखकर नहीं लगता था कि वह पार्टी के पीठ में छुरा घोपेंगे।
मुख्यमंत्री ने जयपुर में मीडिया कर्मियों से कहा कि कांग्रेस ने पायलट साहब को 26 साल की उम्र में सांसद से लेकर डिप्टी CM का ओहदा दिया। लेकिन वह पिछले 6 महीने से सचिन BJP के साथ मिलकर सरकार गिराने की साजिश रचने में में मशगूल थे।
गहलोत ने जयपुर में मीडियाकर्मियों से कहा कि अगर मैं यह बात पहले कह देता तो कोई यकीन नहीं होता। उन्होंने कहा कि सचिन मीडिया की नजर में वह विक्टिम बनने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वायरल हुए ऑडियो से उनके खेल का खुलासा हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जानते थे कि वह नकारा और निकम्मा है। लेकिन फिर भी कभी उन्हें पद से हटाने की मांग नहीं उठाई।
वहीं, बर्खास्त उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि उनकी छवि खराब करने की कोशिशें की जा रही हैं। उधर, उनके खेमे के विधायकों को मिले स्पीकर के अयोग्यता के नोटिस के खिलाफ दायर राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका पर सुनवाई हुई, जो मंगलवार को जारी रहेगी।
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