News Front Live, Bengaluru
कर्नाटका की राजधानी बेंगलुरु ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला सम्मेलन’ के आयोजन का गवाह बना। जिसमें भारतीय समाज एवं संस्कृति में मातृशक्ति की स्थिति और उसके योगदान पर चर्चा हुई। इस मौके पर उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई, मीराबाई और महारानी अहल्याबाई समेत अन्य कई महिलाओं ने अविस्मरणीय छाप छोड़ी है। जिससे साफ है कि भारतीय समाज में महिलाओं को प्राचीन काल से ही समाज में ऊंचा दर्जा हासिल था।
इस सम्मेलन का आयोजन इंटरनेशनल आर्ट ऑफ लिविंग के आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने किया था। जिसमें उत्तराखंड की गवर्नर के अलावा पुडुचेरी की राज्यपाल किरण बेदी, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल समेत अन्य नामचीन महिलाओं ने शिरकत की। इस मौके पर उत्तराखंड की राज्यपाल ने कहा कि इस सम्मेलन में नारी शक्ति और अध्यात्म की शक्ति दोनों का अनूठा संगम है।
बेबी रानी ने कहा कि आज भी महिलाएं घर और दफ्तर की जिम्मेदारी के साथ समाज में अन्य मोर्चों पर अपनी रचनात्मक भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने सरकारी और निजी दोनों ही क्षेत्रों में महिलाओं को डिसीजन मेकर्स की भूमिका के लिए आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करना समय की मांग है। गवर्नर श्रीमती मौर्य ने कहा कि लैगिंक समानता और महिला सशक्तिकरण हमारे आधारभूत मानवाधिकार हैं। जो कि सतत, समावेशी एवं समान विकास के लक्ष्य को पाने के लिए बेहद जरूरी है।
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