News Front Live, Kedarnath
Adi Shankaracharya at Kedarnath आदि गुरु श्री शंकराचार्य की विशाल प्रतिमा विराजमान हो गई है।
जिसका PM नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम में अनावरण किया।
गौरतलब है कि Adi Shankaracharya केरला से देश में जन जागरण के बाद केदारनाथ में शरीर त्याग दिया था।
जो कि देश के उत्तराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है।
आदि गुरु ने बाल्यावस्था में सबकुछ त्यागकर देश, समाज और मानवता के लिए जीने वालों के लिए सशक्त परंपरा खड़ी की।
शंकराचार्य ने देश भर में पवित्र धार्मिक मठों की स्थापना की थी।
साथ ही उन्होंने बारह ज्योतिर्लिंगों के पुनर्जागरण का काम किया।
PM मोदी ने आदि गुरु शंकराचार्य को शंकर का अवतार बताते हुए कहा कि ’शं करोति सः शंकरः’ का तात्पर्य है, जो कल्याण करे, वही शंकर है।
इस व्याकरण को भी आचार्य शंकर ने प्रत्यक्ष प्रमाणित किया। उन्होंने अपना पूरा जीवन जन-साधारण के कल्याण में खपा दिया।
आज हम सभी आदि शंकराचार्य जी की समाधि की पुनः स्थापना के साक्षी बन रहे हैं।
एक समय था जब आध्यात्म को, धर्म को केवल रूढ़ियों से जोड़कर देखा जाने लगा था।
लेकिन, भारतीय दर्शन तो मानव कल्याण की बात करता है, जीवन को पूर्णता के साथ समग्र तरीके में देखता है।
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आदि शंकराचार्य ने समाज को इस सत्य से परिचित कराने का काम किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे यहां सदियों से चारधाम यात्रा का महत्व रहा है।
तीर्थाटन हमारे यहां जीवन काल का हिस्सा माना गया है। अब हमारी सांस्कृतिक विरासतों को, आस्था के केंद्रों को उसी गौरव भाव से देखा जा रहा है, जैसा देखा जाना चाहिए।
मोदी ने देशवासियों का आह्वान किया कि वे तीर्थ और धार्मिक स्थलों का भ्रमण जरूर करें।
पूर्व CM हरीश रावत ने केदारनाथ में धार्मिक मान्यताओं से खिलवाड़ पर निशाना साधा है।
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