By Anoop Nautiyal
Swachh Survekshan 2021 में देहरादून उत्तराखंड का सबसे साफ और काशीपुर सबसे गंदा शहर चुना गया ।
राष्ट्रीय स्तरीय स्वच्छता प्रतियोगिता में देहरादून, रुड़की, हरिद्वार, हल्द्वानी, काशीपुर और रुद्रपुर समेत छह शहर शामिल हुए थे।
‘स्वच्छ सर्वेक्षण’ में देहरादून पिछले 5 वर्षों के दौरान पहली बार ‘Top100’ शहरों की श्रेणी में एंट्री करने में सफल रहा।
1 से 10 लाख जनसंख्या की श्रेणी में देश भर के 372 शहरों को शामिल किया गया था, इनमें देहरादून 82वें स्थान पर रहा।
जबकि 101वीं रैंक पर रहा रुड़की एक प्वाइंट से इस फेहरिस्त में शामिल होने से रह गया।
हालांकि रुद्रपुर 403 से घटते हुए 257वें स्थान पर पहुंचा लेकिन किसी भी शहर के लिए एक खराब स्वच्छता रैंक है।
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Uttarakhand के हरिद्वार, हल्द्वानी और काशीपुर पहले से और ज्यादा गंदे शहरों में शामिल हो गए।
हरिद्वार 2020 में 244 के मुकाबले 2021 में 285 पर फिसल गया है।
हल्द्वानी 2020 में 229 वीं रैंक की तुलना में 2021 में 281 पर आया।
काशीपुर 342वीं रैंक के साथ उत्तराखंड का सबसे गंदा शहर है। जिसकी 2020 में 139 वी रैंक थी।
उत्तराखंड के कुछ शहरों की रैंकिंग में कुछ सुधार के बावजूद वेस्ट मैनेजमेंट और स्वच्छता एक बड़ी चुनौती है।
बड़े शहरों की तुलना में कुछ छोटे शहरों में वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम ज्यादा बेहतर हुआ है।
जिसका ऋषिकेश के पास मुनि की रेती बेहतर उदाहरण है।
उत्तराखंड जैसे पारिस्थितिक रूप से नाजुक पर्वतीय राज्य के लिए प्लास्टिक कचरा एक बेहद बड़ा खतरा है।
उत्तराखंड में पर्यटकों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर आर्थिक रूप से मजबूत वेस्ट मैनेजमेंट मॉडल की आवश्यकता है।
कुल मिलाकर Swachh Survekshan 2021 के परिणाम उत्तराखंड के लिए एक कदम आगे, एक कदम पीछे लग रहे हैं।
(लेखक सोशल एक्टिविस्ट हैं और इस आलेख में उनके निजी विचार हैं)
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