राष्ट्रवाद जनित ‘संकीर्णता’ मानव की प्राकृतिक स्वच्छंदता एवं आध्यात्मिक विकास में बाधक- रविंद्रनाथ टैगोर

Pramod Sah पूरी दुनिया में बढ़ रहे राष्ट्रवाद ने आज मानवता के लिए अघोषित संकट खड़ा कर दिया है।  मनुष्य का अस्तित्व भौगोलिक सीमाओं में कैद हो रहा है। लगता है पूर्णता एक स्वप्न ही बन गई है। यह एक संयोग है कि आज बुद्ध पूर्णिमा के दिन ही 7 मई को ‘गुरुदेव’ रवींद्रनाथ टैगोर … Read more

असुरक्षित, असंगठित, गरीब मजदूरों की विवशता का बेशर्म-क्रूर मज़ाक़!

Srikant Saxena किसी तरह चालीस बयालीस दिनों तक अपनी रोज़ी-रोटी से लेकर गांठ की अंतिम पाई तक गंवाकर और शायद कुछ दिन अपनी ग़ैरत को भुलाकर दूसरों के फेंके रोटी के टुकड़ों पर गुज़र-बसर करने के बाद श्रमदेवता आख़िर अपने गाँव चल पड़े। पैदल या फिर टूटी-फूटी साईकिल पर, परिवार समेत,सैकड़ों मील का सफर तय … Read more

Cartoon day: तौहीन और उपहास की नायाब कला है कार्टून

By Narayan Bareth दुनिया आज कार्टून दिवस मना रही है। भारत में राजनैतिक कार्टून का खासा महत्व रहा है। शंकर को भारत में कार्टून विधा का पितामह माना जाता है और आर के लक्ष्मण ने इस विधा को और आगे बढ़ाया। देश में अखबारों की संख्या बढ़ गई ,पन्ने भी बढ़ गए। लेकिन कार्टून ओझल … Read more

अविश्वसनीयता और ‘कम्युनल लॉक’ में डाउन भारतीय मीडिया

Rahul Singh Shekhawat भले ही भारत दुनिया में मीडिया फ्रीडम इंडेक्स में 142 पायदान पर है। फिर भी इस बात पर खुश हो सकते हैं कि पाकिस्तान से तो 3 पायदान ऊपर हैं।किसी भी देश में मीडिया ज्यादा सवाल सरकार से पूछता है। लेकिन देश में इसके बजाय विपक्ष को कठघरे में खड़ा करने पर … Read more

मजदूर(मई) दिवस! गहरी चोट देगी महंगाई भत्ते पर रोक

Dr. Sushil Upadhyay आज मजदूर दिवस है। बीते दशकों में यह सब से परेशान करने वाला मजदूर दिवस है। दुनिया में लगभग आधे लोगों की नौकरी संकट के घेरे में है, कोरोना ने अर्थव्यवस्थाओं को गहरे अंधेरे की तरफ ढकेल दिया है। यह बीमारी केवल स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ मामला नहीं रह गई है, बल्कि … Read more

अथ श्री मोहन भागवत कथा! पूरी कौम को गलत कहना सही नहीं, RSS चीफ ने अपनों को दी नसीहत? 130 करोड़ लोग भारत माता की संतान

Rahul Singh Shekhawat वैश्विक कोरोना संकट काल में RSS चीफ मोहन भागवत ने प्रबोधन दिया। देश के ‘130 करोड़ लोग भारत माता की संतान हैं’। इस वाक्य से लेकर अंत तक उन्हें मोबाइल पर लाइव स्ट्रीमिंग पर सुना। भागवत ने कहा कि समाज में कुछ लोगों की गलती की वजह से पूरे समूह पर अंगुली … Read more

अमेरिका: कोरोना वॉरियर डॉ उमा का अद्भुत सम्मान, 100 कारों की घर के सामने सलामी!

Narayan Bareth लोग अभिभूत थे यह अभिवादन भी था ,अभिनंदन भी ! डॉ उमा मधुसूदन को एक सौ कारों ने सलामी दी! वे अमेरिका के साउथ विंडसर हॉस्पिटल में नियुक्त है! कोरोना में डॉ उमा मधुसूदन ने जिस तरह अपनी खिदमत के काम को अंजाम दिया ,लोग भाव विह्ल हो गए। यह हॉस्पिटल कनेक्टिकट राज्य में … Read more

Police: तो ‘कोरोना संकट’ दामन साफ करने का अवसर है!

Editor’s Note: देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान पुलिस का आचरण जुदा अंदाज में नजर आया। कहीं रास्तों में फंसे लोगों को अपने हाथ खाना बांटती दिखी, तो कहीं नमाज पढ़कर निकल रहे लोगों पर लाठियां मारती भी नजर आई। लेकिन लेखक लॉकडाउन को पुलिस की छवि सुधारने के मौके पर देख रहे हैं। Pramod Sah भारतीय … Read more

समकालीन नेताओं पर भारी पड़ते हैं बाबा साहेब अंबेडकर!

Dr. Sushil Upadhyay एक बार पढिये डॅा. अंबेडकर को…… आप यदि किसी पूर्वाग्रह के बिना डॅाक्टर अंबेडकर को पढ़ें तो जल्द ही समझ जाते हैं कि वे अपने समकालीन समय से बहुत आगे थे। समकालीन नेता भी उनके सामने नहीं ठहरते थे। गांधी, नेहरू, जिन्ना और सुभाष बाबू जैसे नेताओं की कतार में सबसे आगे … Read more

हे Ram! गांधी युग में सबके राम, कोरोना युग में किसके राम!

Rahul Singh Shekhawat राजस्थान के जयपुर में कैंसर पीड़ित राजेंद्र की मौत हो गई। चूंकि घर में कोई और नहीं था लिहाजा मोहल्ले के मुसलमानों ने अंतिम संस्कार करवाया। वो बकायदा ‘राम नाम-सत्य है’ कहते हुए अर्थी को कंधे पर ले गए। जयपुर में ना तो गंगा और ना ही जमुना बहती है। लेकिन लॉकडाउन … Read more