Dehradun
देखते ही देखते भारत में ‘कोरोना-वायरस’ से संक्रमित लोगों का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है। अब देश में 3072 कोरोना पॉजिटिव हैं और 75 लोगों की मौत हो चुकी हैैं। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र में 5 सौ से ज्यादा और दिल्ली में 4 सौ से ज्यादा संक्रमित मरीज हो गए हैं। केरला भी कोरोना पॉजिटिव मामलों का तिहरा शतक बना रहा है। उधर, तबलीगी मरकज के निकाले गए 1032 जमाती वायरस संक्रमित बताए गए हैं।
देश में जानलेवा (Covid-19) वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में हर दिन उछाल आ रहा है। देखते ही देखते वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 3072 हो गया है। अभी तक देश में सबसे ज्यादा पॉजिटिव मामले महाराष्ट्र, तमिलनाडू, दिल्ली और केरला राज्य में रजिस्टर हुए हैं। उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडू, तेलंगाना और राजस्थान राज्य पॉजिटिव केस के मामलों में शतक बना चुके हैं। उत्तराखंड में लगातार दूसरे दिन 6 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद तादाद बढ़कर 22 हो गई।
इस कड़ी में दिल्ली में छ्लांग मार रहे कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या तबलीगी मरकज के जमातियों का खासा हिस्सा है। भारत में बीते 24 घंटे में Covid-19 वायरस के संक्रमण के 525 नए मामले रजिस्टर हुए। हर दिन बढ़ रही रफ्तार सबके माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ा रही है। जिसके चलते केंद्र सरकार ने सख्ती के साथ राज्यों और जिलों की सीमाएं सील करने के निर्देश दिए। लेकिन Good News ये है कि कुल मिलाकर कोरोना संक्रमित 212 लोग अस्पतालों में इलाज के बाद डिस्चार्ज होकर अपने घरों को जा चुके हैं।
इस महामारी से देश में अब तक 75 लोगों की मौत होने के साथ ही आंकड़े का अर्ध शतक बन चुका है। उधर, कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण के मद्देनजर भारतीय सेना में सतर्कता बरती जा रही है। इस कड़ी में कुछेक अफसरों को भी एहतियात के तौर पर क्वारंटीन में रखने की खबर सामने आई। इस कड़ी में राजस्थान से छुट्टियां बीताकर उत्तराखंड में ड्यूटी पर पहुंचे एक सैनिक में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। जिसके बाद उसे देहरादून के मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उधर, कोरोना के इलाज में लगे विभिन्न 52 डॉक्टर भी वायरस की चपेट में आ चुके हैं।
केंद्र और राज्य सरकारें अपने स्तर पर हालात पर निगरानी रख रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद देश में 21 दिन के तहत देश में सड़क, रेल और हवाई यातायात पूरी तरह से बंद है। इसके अलावा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी प्रकार की व्यवसायिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। जिसका मकसद सोशल डिस्टेंस बनाकर वायरस के संक्रमण को रोकना है।अगर ऐसा नही किया गया तो इसको फैलने से रोकना बेहद मुश्किल होगा।