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भारत में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लॉक डाउन का तीसरे चरण की शुरू हो गया। जिलों को Covid-19 वायरस के मद्देनजर तीन श्रेणियों में बांटकर छूट दी गई है। रेड जोन जिलों और कोरोना कन्टेनमेंट में सख्ती बरकरार है। जबकि ऑरेंज और ग्रीन जिलों में व्यवस्थित तरीके से व्यवसायिक गतिविधियां, पब्लिक और प्राइवेट यातायात शुरू हो गई हैं। हालांकि संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक कार्यक्रमों पर पाबंदी बदस्तूर कायम है।
आखिरकार देश में 40 दिन के बाद लॉकडाउन-3 में सड़कों पर रौनक लौटती नजर आई। ऑरेंज और ग्रीन जिलों में व्यवस्थित तरीके से व्यवसायिक गतिविधियां शुरू हो गई हैं। अब तयशुदा फॉर्मेट में निजी दोपहिया और चार पहिया वाहनों को चलाने की इजाजत है। ग्रीन जोन में आधी सवारियों के साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी खुल गया। लेेेकिन पहले की तरह रेड जोन जिलों और कोरोना कन्टेनमेंट में सख्ती पहले की तरह बरकरार है।
कहा जा सकता है कि पहले दो लॉकडाउन के मुकाबले इस बार बंदिशें कम हुई और मोहलते ज्यादा मिल गई हैं।आपको बता दें कि सभी जोन में शाम 7 बजे से सुबह सात बजे तक घर से बाहर निकलने पर पाबंदी कायम है। इसी तरह बुजुर्ग औऱ 10 साल से छोटे बच्चे किसी भी जोन में घर से बाहर निकलने की इजाजत अब भी नहीं होगी।
अब ग्रीन, ऑरेंज और रेड जोन जिलों में कार में 1+2 की मोहलत है। ग्रीन और ऑरेंज जोन में बाइक औऱ स्कूटर पर 1+1जबकि रेड जोन में सिर्फ एक आदमी ही दोपहिया वाहन चला सकता है।
तीनों जोन में 33 फ़ीसदी कर्मचारियों की हाजिरी के साथ सरकारी दफ्तर खुल गए हैं। शराब और गुटके की दुकानें खोल दी गई हैं। इसी तरह मोबाइल, लैपटॉप, कपड़े और स्टेशनरी खोल दी गईं। अब प्लम्बर, इलेक्ट्रीशियन और कारपेंटर के काम की इजाजत है। सभी जोन में औद्योगिक गतिविधियों को शुरू किया है। साइट पर श्रमिकों की मौजूदगी होने पर निर्माण कार्यों को हरी झंडी मिल गई है ।