(Maharashtra- Jharkhand Results) मतदाताओं ने महाराष्ट्र में महायुति सरकार और झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार पर दिल खोलकर दोबारा भरोसा जताया है।
By Rahul Singh Shekhawat
जहां, महाराष्ट्र में विपक्षी महाविकास अघाड़ी (MVA) चारो खाने चित हो गया। वहीं, आदिवासी बहुल झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले गठबंधन ने बीजेपी को पस्त कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी महायुति और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ‘इंडिया’ ब्लॉक की हिस्सेदार है।
महाराष्ट्र: महायुति ने महाविकास अघाड़ी को पानी पिलाया!
महाराष्ट्र के परिणाम अप्रत्याशित रूप से लोकसभा चुनावों के एकदम उलट आए हैं। वजह ये है कि उत्तर प्रदेश के अलावा इस राज्य में ‘संविधान को खतरे’ के नैरेटिव ने काम किया। जिससे मोदी सरकार अल्पमत में आ गई। लेकिन विधानसभा चुनावों में विपक्ष एकदम बेदम साबित हुआ। 288 सदस्यीय असेंबली में महायुति को 233 सीटें यानी तिहाई बहुमत मिला। जबकि जबकि महाविकास अघाड़ी का आंकड़ा सिर्फ 49 तक पहुंच सका। इस कड़ी में महायुति को 50 फीसदी और अघाड़ी को 35 प्रतिशत वोट मिले।
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भाजपा को 132, शिवसेना (शिंदे) को 57 और एनसीपी (अजित पवार) को 41 सीटें जीत ली। जबकि कांग्रेस को 20 , शिवसेना (उद्धव ठाकरे) को 16, एनसीपी (शरद पवार) को 10 और समाजवादी पार्टी (SP) को दो सीटें मिली हैं। AIMIM को एक, दो निर्दलीय समेत कुल छह सीटें अन्य के खाते में आईं। पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले बीजेपी को 27 सीटों का फायदा तो कांग्रेस को 28 का नुकसान हुआ है।
उद्धव ठाकरे- शरद पवार को झटका!
बेशक चुनावी नतीजे उद्धव ठाकरे को सदमा देने वाले हैं। वजह ये है कि मतदाताओं ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर भरोसा जताया। इसी तरह अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर भरोसा जताया है। जिससे उनके चाचा शरद पवार को जरूर झटका लगा। गौरतलब है कि शिंदे शिवसेना तोड़कर बीजेपी के साथ महायुति सरकार के मुख्यमंत्री बने थे। फिर एनसीपी में बगावत करके उपमुख्यमंत्री बने। मतलब ये कि वोटर बागियों के साथ खड़े नजर आए हैं।
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झारखंड: इंडिया गठबंधन ने बीजेपी को पस्त किया!
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में INDIA गठबंधन 56 सीटों पर जीता। उसे 45 प्रतिशत और विपक्षी एनडीए (NDA) को 39 फीसदी मत मिले। हेमंत ने एनडीए गठबंधन को पछाड़ते हुए एक बार फिर आदिवासियों पर मजबूत पकड़ साबित कर दिया। पिछले चुनावों के मुकाबले जेएमएम को चार सीटों का फायदा हुआ। जबकि बीजेपी की चार सीटें घट गईं।(Maharashtra- Jharkhand Results)
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को 34 कांग्रेस को 16, RJD को चार और लेफ्ट को दो सीटें मिलीं। बीजेपी को 21, JDU, AJSUP और LJPRV को एक- एक सीट मिलीं। इस कड़ी में अन्य में JKLKM का खाता खुला। इस कड़ी में राजद को तीन, लेफ्ट और जदयू को एक-एक सीट का फायदा हुआ। कांग्रेस को न कोई नफा और न ही नुकसान हुआ।
कल्पना सोरेन हिट, चंपई सोरेन फ्लॉप, बीजेपी का प्लान चौपट!
गौरतलब है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने हेमंत सोरेन को एक कथित जमीन घोटाले में मुख्यमंत्री रहते हिरासत में लिया था। उन्होंने एक नाटकीय घटनाक्रम में अघोषित गिरफ्तार रहते राजभवन जाकर इस्तीफा दिया। इस कड़ी में चंपई सोरेन को सीएम की जिम्मेदारी सौंपी गई। उच्च न्यायालय ने हेमंत को जमानत देते हुए बेहद तल्ख टिप्पणी की। वह जेल से बाहर आते ही चंपई को को इस्तीफा दिला फिर मुख्यमंत्री बन गए।
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इस दौरान हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने लाजवाब ‘मास कनेक्ट’ किया। वह पार्टी के लिए एक ‘एसेट’ बनकर उभरी हैं। जनादेश से साफ है कि पूर्व सीएम चंपई और भाभी सीता सोरेन की बगावत से झारखंड मुक्ति मोर्चा बेअसर रहा। इस कड़ी में चंपई सोरेन तो चुनाव जीत गए लेकिन सीता हार गईं। अगर सीधा सपाट कहें तो हेमंत को जेल में डालने का दांव नुकसान का सौदा साबित हुआ है।
कांग्रेस हैरान, भाजपा परेशान!
फिलहाल दो राज्यों में विधानसभा का चुनावी मुकाबला इंडिया और एनडीए गठबंधन के बीच ड्रा रहा। बेशक बीजेपी महाराष्ट्र में सबसे बड़ा दल बनकर उभरी है। लेकिन सपा, छोटे दलों एवं सभी छह अन्य विधायकों को मिलाकर भी वह अकेले सरकार बनाने की हालत में नहीं है। इस सूरत में नए सिरे से तोड़ फोड़ या दलबदल से इंकार नहीं किया जा सकता।
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उधर, झारखंड में भाजपा का संख्याबल घटा है। लिहाजा सरकार को अस्थिर करना आसान नहीं रहेगा। बेशक इस आदिवासी बहुल राज्य में कांग्रेस का संख्या बल यथावत रहा। लेकिन परंपरागत जनाधार वाले महाराष्ट्र में जो हस्र हुआ, उसे नए सिरे से आत्ममंथन करना होगा। (Maharashtra- Jharkhand Results)
(लेखक वरिष्ठ टेलीविजन पत्रकार हैं)