News Front Live, New Delhi
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर यथास्थिति बदलने के प्रयास किए लेकिन हमारे सैनिकों ने उन्हें नाकाम कर दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना देश का मस्तक नहीं झुकने देगी। रक्षा मंत्री ने कहा कि चीन पूर्व में हुए समझौतों का उल्लंघन कर रहा है। लेकिन भारत ने जरूरत के हिसाब से डिप्लॉयमेंट किया गया है।
राजनाथ ने राज्यसभा में भारत-चीन के बीच तनाव पर वक्तव्य देते हुए कहा कि हम शांति चाहते हैं। लेकिन अपनी सुरक्षा के लिए सभी उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि युद्ध की शुरुआत हमारे हाथ में होती है लेकिन अंत हमारे हाथ में नहीं होता उन्होंने कहा कि भारतीय सेना देश का मस्तक नहीं झुकने देगी और ना ही हम किसी का सिर झुकाना चाहते हैं।
सिंह ने कहा कि वह भारत कूटनीति और सैन्य दोनों तरीकों से तनाव को हल करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने सदन को बताया की बीते 29-30 अगस्त को LAC पर उकसाने की कार्रवाई की गई, लेकिन भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। इसके पहले जून केे मध्य मेंं गलवान घाटी में झड़प हुई थी।
रक्षा मंत्री ने कहा कि चीन ने अपने क्षेत्र में भारी तादाद में सैन्य टुकड़ियों और गोला बारूद जमा किया है, जोकि दोनों देशों के बीच 1993 और 1996 के समझौते का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि भारत ने बॉर्डर एरिया में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए बजट दुगना किया है। हमने अपनी सीमाओं को महफूज रखने के लिए पर्याप्त सीमा बल की तैनाती की है।
उन्होंने लोकसभा की तर्ज पर कहा कि जब भी इस तरह की स्थिति पैदा हुई सदन एकजुट होकर सेना के साथ खड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि मई महीने की शुरुआत में चीन सेना का पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में एलएसी पर जमावड़ा बढ़ा। इस कड़ी में गलवान घाटी में सैनिकों में झड़प हुई। उन्होंने कहा कि चीन को बता दिया है कि यथास्थिति को बदलने का प्रयास हमें स्वीकार नहीं है।