News Front Live, New Delhi
Kisan Andolan 378 दिन बाद खत्म हुआ।
केंद्र सरकार से चिट्ठी मिलने के बाद फिलहाल आंदोलन स्थगित हो गया है।
जिसका संयुक्त किसान मोर्चा SKM ने ऐलान करते हुए कहा कि किसान 11 दिसंबर से घर लौटेंगे।
मोर्चा की 6 सूत्रीय मांगों पर कृषि सचिव से मिले खत में न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP जारी रखने समेत पांच बिंदुओं का जिक्र है।
जिसके आधार पर SKM ने आंदोलन स्थगित करने की घोषणा करते हुए 15 जनवरी को मीटिंग की बात कही।
हालांकि, लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने के प्रकरण में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की बर्खास्तगी का कोई जिक्र नहीं है।
एमएसपी के लिए एक कमेटी में केंद्र राज्य सरकार के प्रतिनिधि, एक्सपर्ट, वैज्ञानिक मोर्चा और मोर्चा के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
BJP शासित राज्य सरकारें किसान आंदोलनकारियों पर दर्ज किए मुकदमे वापस लेंगी।
खत में UP हरियाणा सरकारों की मुआवजे पर सहमति देने का जिक्र है जो पंजाब सरकार पहले ही दे चुकी है।
किसानों को पराली जलाने में आपराधिक धाराओं में मुकदमा और जुर्माने से छूट का प्रावधान होगा।
वहीं, सरकार संयुक्त किसान मोर्चा से चर्चा के बाद ही बिजली बिल संसद में पेश करेगी।
गौरतलब है कि पंजाब से शुरू हुआ Kisan Andolan पिछले साल 26 नवंबर को दिल्ली बॉर्डर पहुंचा।
फिर शिरोमणी अकाली दल ने NDA से नाता तोड़ा।
Rakesh Tikait के आंसू छलकने के बाद आंदोलन हरियाणा, पश्चिमी UP, उत्तराखंड के मैदानी जिलों में फैल गया था।
उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड के चुनावों के दबाव में बीते 19 नवंबर को मोदी ने कृषि कानून वापस लेने का ऐलान किया ।
फिर संसद के दोनों सदनों में कानून रद्द करने के विधेयक पेश करके 29 दिसंबर को पारित कराए।
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि हमने आंदोलन स्थगित किया है, आगामी 15 जनवरी को फिर बैठक होगी।
Pic साभार योगेंद्रयादवFBपेज