New Delhi
देखते ही देखते भारत में ‘कोरोना-वायरस’ से संक्रमित लोगों का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है। अब देश में 2547 कोरोना पॉजिटिव हैं और 62 लोगों की मौत हो चुकी हैैं। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र और दिल्ली हैं, जहां संक्रमित मरीजों का तिहरा शतक बना चुका है। उसके पीछे चल रहे केरला भी कोरोना पॉजिटिव मामलों का तिहरा शतक बनाने को तैयार हैं। देश में पिछले 24 घंटे के दौरान 478 पॉजिटिव मामले सामने आए। उधर, तबलीगी मरकज के निकाले गए 647 जमाती वायरस संक्रमित पाए गए हैं।
देश में जानलेवा (Covid-19) वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में हर दिन उछाल आ रहा है। देखते ही देखते वायरस से संक्रमित लोगों का आंकड़ा 2547 हो गया है। अभी तक देश में सबसे ज्यादा पॉजिटिव मामले महाराष्ट्र, तमिलनाडू, दिल्ली और केरला राज्य में रजिस्टर हुए हैं। उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडू, तेलंगाना और राजस्थान राज्य पॉजिटिव केस के मामलों में शतक बना चुके हैं। उत्तराखंड में एक साथ 6 जमातियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद तादाद बढ़कर 16 हो गई।
इस कड़ी में दिल्ली में छ्लांग मार रहे कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या तबलीगी मरकज के जमातियों का खासा हिस्सा है। भारत में बीते 24 घंटे में Covid-19 वायरस के संक्रमण के 478 नए मामले रजिस्टर हुए। हर दिन बढ़ रही रफ्तार सबके माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ा रही है। जिसके चलते केंद्र सरकार ने सख्ती के साथ राज्यों और जिलों की सीमाएं सील करने के निर्देश दिए। लेकिन Good News ये है कि कुल मिलाकर कोरोना संक्रमित 162 लोग अस्पतालों में इलाज के बाद डिस्चार्ज होकर अपने घरों को जा चुके हैं।
इस महामारी से देश में अब तक 62 लोगों की मौत होने के साथ ही आंकड़े का अर्ध शतक बन चुका है। उधर, कोरोना के बढ़ रहे संक्रमण के मद्देनजर भारतीय सेना में सतर्कता बरती जा रही है। इस कड़ी में कुछेक अफसरों को भी एहतियात के तौर पर क्वारंटीन में रखने की खबर सामने आई। इस कड़ी में राजस्थान से छुट्टियां बीताकर उत्तराखंड में ड्यूटी पर पहुंचे एक सैनिक में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। जिसके बाद उसे देहरादून के मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
उधर, कोरोना के इलाज में लगे विभिन्न 52 डॉक्टर भी वायरस की चपेट में आ चुके हैं। दिल्ली के AIMS के एक डॉक्टर भी कोरोना से संक्रमित हो गए। इसके पहले दुबई से आई एक महिला डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव हो गई थी। साथ ही एक अन्य रेसिडेंट भी इस वायरस से संक्रमित हुआ। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद सम्बंधित अस्पतालों को बंद करके सेनिटाइज किया गया। इसके साथ ही डॉक्टरों के संपर्क में आए लोगों की पहचान करके क्वारंटीन में भेजा जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद देश में 21 दिन के तहत देश में सड़क, रेल और हवाई यातायात पूरी तरह से बंद है। इसके अलावा आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी प्रकार की व्यवसायिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। जिसका मकसद सोशल डिस्टेंस बनाकर वायरस के संक्रमण को रोकना है।अगर ऐसा नही किया गया तो इसको फैलने से रोकना बेहद मुश्किल होगा।
केंद्र और राज्य सरकारें अपने स्तर पर हालात पर निगरानी रख रहे हैं। इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह एक वीडियो के जरिए राष्ट्र के नाम संदेश जारी किया। उन्होंने आह्वान किया कि 5 अप्रैल को सभी देशवासी रात 9 बजे 9 मिनट के लिए अपने घरों की लाइट बंद करके दीया, मोमबत्ती अथवा टॉर्च जलाएं। ताकि कोरोना से लड़ाई के लिए किए लॉकडाउन में सबको एकजुटता का अहसास हो सके।
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